
कृति सेनन
फिल्म इंडस्ट्री में जबरदस्त स्टारडम और नेम-फेम कमाने से पहले बॉलीवुड की बेहद खूबसूरत और टैलेंटेड एक्ट्रेस एक रैंप वॉक के बीच में नम आंखों से खड़ी थीं। उस वक्त उन्हें पता ही नहीं चला कि उनके साथ क्या हो रहा है। लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी और चुपचाप लाइफ में आगे बढ़ने का फैसला किया। आज, वह बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और बिजनेसवुमन हैं। हालांकि, उनका सफर सिर्फ रेड कार्पेट और स्पॉटलाइट तक ही सीमित नहीं रहा। उन्होंने तापसी पन्नू, अमीषा पटेल, रकुल प्रीत सिंह और विद्या बालन जैसे ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और फिर ग्लैमर की दुनिया में अपनी खास पहचान बनाई। एक्ट्रेस ने इंजीनियरिंग का रास्ता छोड़ एक्टिंग में कमाल कर दिखाया।
इंजीनियरिंग करने वाली ये लड़की बन गई टॉप एक्ट्रेस
27 जुलाई, 1990 को एक साधारण मिडिल क्साल परिवार में जन्मीं कृति सेनन के पिता एक चार्टर्ड अकाउंटेंट और मां एक प्रोफेसर थीं। कृति बचपन से ही फिल्मी दुनिया में काम करना चाहती थीं। उन्होंने 2014 में महेश बाबू के साथ तेलुगु ‘फिल्म 1: नेनोक्कादीन’ से अपना फिल्मी सफर शुरू किया, जिसने उन्हें पहचान दिलाई और बॉलीवुड में एंट्री करने का मौका दिया। उसी साल उन्होंने टाइगर श्रॉफ के साथ ‘हीरोपंती’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा।
एक्ट्रेस का सफलता के पहले ऐसा था हाल
एक फार्महाउस में शुरुआती मॉडलिंग असाइनमेंट के दौरान कृति की एड़ी रैंप वॉक के बीच गीली मिट्टी में धंस गई थीं। इसके बाद उनके कोरियोग्राफर ने उन्हें सरेआम सबके सामने बहुत डांटा। एक्ट्रेस ने खद खुलासा किया था, ‘मुझे अपमानित महसूस हुआ… मैं वहीं रो पड़ी।’ लेकिन, उस पल ने उन्हें और ज्यादा मजबूत बना दिया।
‘मिमी’ ने बदल दी जिंदगी
‘दिलवाले’, ‘बरेली की बर्फी’, ‘लुका छुपी’ और ‘राब्ता’ जैसी फिल्मों में नजर आईं कृति को अपना पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार ‘मिमी’ (2021) के लिए मिला था, जिसमें उन्होंने 31 साल की उम्र में एक सरोगेट मां की भूमिका निभाई। अपने 11 साल के फिल्मी करियर में कृति ने इंडस्ट्री के कई बड़े स्टार्स के साथ काम किया है। इसके साथ ही वह फिल्म ‘दो पत्ती’ से निर्माता भी बन गई हैं। उन्होंने ‘आदिपुरुष’, ‘भेड़िया’, ‘गणपत’, ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ और ‘शहजादा’ में भी काम किया है।