पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री को बदलने के लिए पहले ही कई बार भाजपा के नेताओं को सलाह दी थी लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई। जींद जिले के उचाना में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘अगर मुख्यमंत्री को एक साल पहले बदलते तो भाजपा को लाभ होता क्योंकि अब तो अचार संहिता लगने वाली है और लोकसभा का चुनाव होने वाला है। मतदाता लगभग छह महीने पहले ही मतदान करने के लिए अपना मन बना लेता है।’’
‘मैं अभी बीजेपी में ही हूं’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने तो मुख्यमंत्री बदलने के लिए पहले ही कई बार पार्टी के नेताओं को सलाह दी थी लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं मानी और अब जाकर फैसला किया है।’’ भाजपा छोड़ने के सवाल पर सिंह ने कहा कि अभी वह पार्टी में ही हैं और जब भी अलग होंगे तो इसकी घोषणा करेंगे।
लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं खट्टर
हरियाणा में मंगलवार को मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफा देने के कुछ घंटे बाद भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। मनोहर लाल खट्टर ने मंत्रिमंडल के अपने सहयोगियों के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटे बाद, मंगलवार को संकेत दिया कि पार्टी उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में उतार सकती है। खट्टर ने यह भी कहा कि उन्हें पता चला है कि जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। खट्टर ने मीडिया से कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उनसे कहा है कि कुछ और जिम्मेदारी दी जाएगी।
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