
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धराली में आई आपदा पर करीबी नजर बनाए हुए हैं।
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित धराली में बादल फटने से हुए भारी नुकसान के बाद तुरंत अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए और तिरुपति से सीधे देहरादून लौट आए। मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा परिचालन केंद्र से धराली में चल रहे राहत और बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। बता दें कि इस आपदा में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और 10 लोगों की जान चली गई। मुख्यमंत्री धामी ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक्शन लिया।
‘लगातार वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क में हूं’
आपदा के बारे में जानकारी देते हुए धामी ने ट्वीट कर कहा, ‘धराली (उत्तरकाशी) क्षेत्र में बादल फटने से हुए भारी नुकसान का समाचार अत्यंत दुःखद एवं पीड़ादायक है। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए SDRF, NDRF, जिला प्रशासन तथा अन्य संबंधित टीमें युद्ध स्तर पर जुटी हुई हैं। इस सम्बन्ध में लगातार वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क में हूं और स्थिति की गहन निगरानी की जा रही है। ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं।’
‘लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा’
धामी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘धराली (उत्तरकाशी) के प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन, भारतीय सेना, NDRF एवं SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। प्राथमिकता के आधार पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और प्रभावित नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।’
अमित शाह ने धामी से फोन पर की बात
केंद्र सरकार भी इस आपदा में उत्तराखंड के साथ खड़ी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को मुख्यमंत्री धामी से फोन पर बात की और धराली में बादल फटने की घटना की जानकारी ली। शाह ने राहत और बचाव दलों को तुरंत प्रभावित क्षेत्र में भेजने का आदेश दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से धराली (उत्तरकाशी) में बादल फटने से आई बाढ़ के बारे में जानकारी ली। पास में तैनात ITBP की तीन टीमें मौके पर भेजी गई हैं, जबकि चार NDRF टीमें भी जल्द पहुंचकर बचाव कार्यों में जुटेंगी।’
गंगोत्री के रास्ते में एक अहम पड़ाव है धराली
बता दें कि धराली, गंगोत्री के रास्ते में एक प्रमुख पड़ाव है, जहां कई होटल, रेस्तरां और होमस्टे हैं। बादल फटने से इलाके में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे कई घर बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए। मुख्यमंत्री धामी का देहरादून लौटना और आपदा परिचालन केंद्र का दौरा इस बात का संकेत है कि राज्य सरकार इस संकट से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्रिय है। धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित लोगों को तुरंत सहायता पहुंचाई जाए और किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए।