
गाजा को मानवीय सहायता ले जा रहे जहाज को इजरायली नौसेना ने कब्जे में लिया।
दीर अल बलाह (गाजा पट्टी): गाजा के इजरायली नाकेबंदी वाले क्षेत्र में फंसे फिलस्तीनियों के लिए मानवीय सहायता ले जा रहे एक बड़े जहाज (फ्लोटिला) को इजरायली सैनिकों ने कब्जे में ले लिया है। इस फ्लोटिला में जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और कई यूरोपीय सांसद भी सवार थे, जिन्हें इजरायल ले जाया जा रहा है, जहां उनके निर्वासन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस बात की जानकारी इजरायल के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर दी। इसमें कहा गया है कि थनबर्ग और यूरोपीय सांसद सुरक्षित हैं।
इजरायली नाकाबंदी तोड़ने की कोशिश में पकड़ा गया जहाज
गाजा वासियों के लिए मानवीय सहायता ले जा रहे इस जहाज को इजराइली नौसेना ने गाजा की नाकेबंदी तोड़ने की कोशिश करने के दौरान अपने कब्जे में ले लिया। इजरायली नौसैनिक जहाज पर चढ़ गए और दर्जनों यूरोपीय कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। ‘द ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला’ नामक इस काफिले में लगभग 50 छोटे जहाज शामिल थे, जिन पर करीब 500 लोग सवार थे। यह काफिला गाजा में फंसे फिलस्तीनियों के लिए खाद्य सामग्री और दवाइयों जैसे आवश्यक सामान लेकर जा रहा था।
जहाज को कब्जे में लेने के साथ इजरायल ने गाजा में बरसाए बम
जहाज को अपने कब्जे में लेने के दौरान ही इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में जबरदस्त हवाई हमला किया। इन इजरायली हमलों और गोलीबारी में कम से कम 57 फिलस्तीनियों की मौत हो गई। इजरायल ने यह हमला उस वक्त किया है, जब हमास ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पेश की गई शांति योजना पर कोई फैसला नहीं लिया है। ट्रंप की योजना के तहत हमास को सभी 48 बंधकों को वापस करना होगा, इसके बदले सैकड़ों फिलस्तीनी कैदियों की इजरायल रिहाई करेगा। लड़ाई को समाप्त करने के बदले में हमास को गाजा की सत्ता छोड़नी होगी और निरस्त्रीकरण करना होगा। इस प्रस्ताव को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्वीकार कर लिया है, लेकिन इसमें फिलस्तीन को स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता देने की कोई बात नहीं की गई है।
युद्ध का खात्मा चाहते हैं फिलिस्तीनी
फिलस्तीन के लोग भी युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं, लेकिन कई लोगों का मानना है कि ट्रंप की शांति योजना इजरायल के पक्ष में है। हमास के एक अधिकारी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा कि प्रस्ताव की कुछ शर्तें अस्वीकार्य हैं, हालांकि उन्होंने इन शर्तों के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी। कतर और मिस्र जैसे मध्यस्थ देशों ने भी कहा कि कुछ मुद्दों पर और बातचीत की आवश्यकता है। गाजा में स्थित नासिर अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, इजरायली गोलीबारी में कम से कम 29 लोग मारे गए।
अधिकारियों ने बताया कि इनमें से 14 लोग उस स्थान पर मारे गए, जिसे इजरायली सैन्य गलियारे के तौर पर जाना जाता है, जहां लोगों को जरूरत का सामान दिया जाता है। दीर अल-बलाह के अल-अक्सा शहीद अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि इजरायली हमलों में 16 लोग मारे गए हैं और उनके शव अस्पताल लाए गए हैं। ‘डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ ने बताया कि उनके एक चिकित्सक की दीर अल-बलाह में एक हमले में मौत हो गई और चार अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस अंतरराष्ट्रीय संस्था ने चिकित्सक उमर हायेक को “अत्यंत दयालु और पेशेवर” करार दिया। (एपी)